दिव्या भारती 90 के दशक की कामयाब अभिनेत्रियों में से एक थी जिनकी खूबसूरती का हर कोई दीवाना हुआ करता था. महज 3 साल के करियर में उन्होंने कई हिट फिल्में की. लेकिन 19 साल की उम्र में छत से गिरने की वजह से उनका निधन हो गया. उनके मौत के पीछे का रहस्य आज तक नहीं खुला. हालांकि उनकी मौत के बाद ऐसी घटना हुई जो सबके लिए हैरान करने वाली थी.
दिव्या भारती की 5 अप्रैल 1983 को रात को लगभग 11:00 बजे मौत हो गई थी. वह मुंबई के वर्सोवा में पांचवी मंजिल के अपार्टमेंट की बालकनी से नीचे गिर गई थी. सुबह तक यह खबर फैल गई. 2 दिन बाद दिव्या भारती का अंतिम संस्कार हुआ. जब दिव्या भारती का निधन हुआ था, उस समय उनके पास कई फिल्में थी. कुछ फिल्मों की आधी शूटिंग हो चुकी थी. फिल्म रंग में दिव्या भारती के साथ काम कर रही आयशा जुल्का ने बताया था कि दिव्या भारती की मौत के बाद एक अजीब सी घटना हुई.
कुछ महीने बाद हम लोग फिल्म रंग का ट्रायल देखने फिल्म सिटी गए. जैसे ही दिव्या स्क्रीन पर आई तो स्क्रीन ही गिर गया. यह घटना हमारे लिए अजीब थी. आयशा जुल्का ने आगे बताया कि हमें काफी समय तो इस बात पर विश्वास नहीं हुआ. लेकिन एक और अजीब बात हुई, जिसे वह खुद नहीं जानती थी. वह हमेशा कहती थी कि जल्दी करो, जल्दी चलो, जिंदगी छोटी है. उन्होंने साफ-साफ तो नहीं कहा, लेकिन शायद इंसान को अंदर से एक इंपल्स होता है. उन्हें हर काम जल्दी करना था. उनको सब कुछ जल्दी मिल रहा था.
वह खुद कहती कि उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा. ऐसा लगता है कि उन्हें पता था कि हमारे बीच वह ज्यादा नहीं रहने वाली है. दिव्या भारती की मौत के बाद उनकी मां ने कहा था कि मरने के बाद दिव्या उनके सपने में उन्हें जगाने आती थी. जब भी उनको जल्दी जागना होता था तो दिव्या उन्हें सपने में आकर जगा देती थी.
Post A Comment:
0 comments: