शुक्रवार के दिन बुजुर्ग थिएटर व फिल्म अदाकारा और लेखिका शौकत कैफी आजमी का निधन हुआ। बता दे कि शौकत कैफ़ी आज़मी जाने-माने शायर, लेखक व गीतकार कैफी आजमी की पत्नी थी। वही वह मशहूर एक्टर शबाना आजमी और कैमरामैन बाबा आजमी की मां थी। 90 साल की उम्र पर वह इस दुनिया को हमेशा के लिए छोड़ कर चली गई।
परिवार के सदस्यों के मुताबिक शौकत कैफी आजमी किसी बीमारी से जूझ रही थी। शुक्रवार की शाम शौकत कैफ़ी आज़मी ने अंतिम सांस ली। जुहू स्थित आवास पर उनका निधन हुआ। शौकत की बेटी शबाना आजमी मौत के वक्त घर पर ही मौजूद थी। इनको एमएस सथ्यू की ‘गर्म हवा’ और मुजफ्फर अली की ‘उमराव जान’ तथा सागर सरहदी की ‘बाजार’ जैसी कला फिल्मों में बेहतरीन एक्टिंग के लिए लोग जानते हैं। आपको बता दें कि एक समय ऐसा था जब शौकत एवं कैफी के निकाह के किस्सों ने काफी सुर्खियां बटोरी थी।
बताया जाता है कि शौकत ने हैदराबाद के मुशायरे में कैफी आजमी की मशहूर नज़्म औरत सुनी थी और इसके बाद उन्होंने अपनी मंगनी तोड़ दी थी। इसके बाद उन्होंने कैफी से शादी करने की बात कही। जब भी शौकत के पति कैफी मुशायरा में जाते थे तो लोगों की दाद नहीं रुकती थी।
यह प्रगतिशील लेखक संघ के मेंबर थे जो समाज के प्रति अपनी लेखनी मुखर रखते थे। कम्युनिस्ट पार्टी का मेंबर बनने के बाद वह पार्टी के बनाए कम्यून में रहने लगे। यहां पर शबाना एवं बाबा का जन्म हुआ। जब भीड़ कम होने पर शौकत कैफी का ऑटोग्राफ लेने आई थी तो उन्होंने एक शेर लिखा था-
वही अब्रे-जाला चमकनुमा वही, ख़ाके-बुलबुले-सुर्ख़-रू ज़रा
राज़ बन के महल में आओ, दिले घंटा तुन तो बिजली कड़के धुन
तो फबन झपट के लगन में आओ
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